THE DEFINITIVE GUIDE TO WHAT TO DO FOR SUCCESS IN HINDI

The Definitive Guide to what to do for success in Hindi

The Definitive Guide to what to do for success in Hindi

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अकबर बीरबल की कहानियाँ

गुरु ने दास को शेर के पिंजरे में फेंकने के लिए कहा। पिंजरे में गुलाम अपनी मौत का इंतजार कर रहा है जब उसे पता चलता है कि यह वही शेर है जिसकी उसने मदद की थी। दास शेरऔर सभी जानवरों को पिंजरे से मुक्त कर देता है।

मुश्किलों का हल – भगवान बुद्ध की प्रेरणादायक कहानी

पंचतंत्र की कहानी: शेर और चूहा

बड़े काम के चक्कर में तुम यह भी भूल गए की छोटे-छोटे कामों को करके ही बड़ा काम किया जाता है। छोटे कामों से ही तो बड़े कामों की नीव रखी जाती है, और बड़ा बना जाता है। अब तुम ही बताओ की मेरे सेवा भाव में सहयोग देने के तुम मेरे शिष्य बन सकते हो क्या। 

हालांकि, ग्राउंड कॉफी बीन्स अद्वितीय थे। उबलते पानी के संपर्क में आने के बाद, उन्होंने पानी को बदल दिया और कुछ नया बनाया।

उसकी ओर मुड़कर उसने पूछा। “बेटी, तुम क्या देखती हो?”

तीन शाही सलाहकार

'वाह सरकार, आप तो हमारे प्रधानमंत्री हैं, गरीब कैसे? हम तो आपको ये साड़ियाँ भेंट कर रहे हैं।' मिल मालिक कहने लगा।

बेचारे व्यक्ति को एक फूटी कौड़ी नसीब नहीं हुई वह जोर-जोर से रोता व सर को पटकता हुआ घर की तरफ वापस लौटा – उसने समय की कीमत को नहीं समझा इसलिए उसे पछताना पड़ा 

गुरूजी ने जवाब दिया की दुःख तो मुझे भी बहुत हुआ है शिष्य तुम्हारे इस सवाल से काश इन सवालों के जगह पर तुम ये पूछते – गुरूजी, चाँद में इतनी चांदनी क्यों है ? और दीपक में इतनी रोशनी क्यों है ? 

“When I was forty a long time aged, my wife died of a exceptional liver disorder. She was 34. At time, we had a 10-yr-outdated daughter and I had been the co-proprietor of a silkscreen enterprise in San Francisco. Following her Demise, I spotted there was a thing even larger I needed to do in my everyday living, but experienced no idea what. So, I sold my 50 percent of your company to my husband or wife and waited for guidance to find out what to carry out subsequent. My wife had an awesome sense of humor and, Whilst there have been plenty of tears in the course of the a few several years of her terminal illness, there was numerous laughter.

दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

So usually we find ourselves on autopilot—waking up in a similar residence, putting on the exact same garments, taking the identical transportation to the identical-outdated occupation. Even our New 12 months’s resolutions to vary scarcely make it previous Valentine’s Working day. And, even though it’s perfectly normal check here (and normal) for human beings to crave program, there’s A great deal being discovered outside of the confines of our comfort zones.

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